Sarso Ka Bhav: सीमित मांग के चलते सरसों सप्ताह भर रही स्थिर, जानें क्या रहेगा सरसों का भाव
Sarso Ka Bhav: सीमित मांग के चलते सरसों सप्ताह भर रही स्थिर, जानें क्या रहेगा सरसों का भाव जानेंगे सरसों रोके या बेचे।
पिछले सप्ताह जयपुर मंडी में कंडीशन सरसों का भाव 5850/5875 पर खुला था। जो कि शनिवार को शाम को 5900 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। यानी बीते सप्ताह सरसों भाव 25 रुपए प्रति क्विंटल तेजी दर्ज किया गया।
मीलों की सामान्य मांग होने और आवक कमजोर होने
से सरसो के भाव बीते सप्ताह स्थिर रहे। वहीं कमजोर मांग और अन्य तेलों में नरमी से सरसो तेल के भाव में गिरावट देखने को मिली।
ख़ल की निर्यात और घरेलु मांग मजबूत रहने से इसमें 60-70 रुपये/क्विंटल की बढ़ोतरी आयी। अन्य खल की तुलना में भाव कम होने और डीओरबी के निर्यात पर प्रतिबंध से सरसों खल की मांग मजबूत रही।
एक्सपोर्ट सौदे की भरपाई के लिए ऊँचे दाम पर भी मांग अच्छी है। वहीं क्रशिंग कमजोर पड़ने खल की स्टॉक
सिमित है।
दैनिक आवक की आंकलन के अनुसार अगस्त महीने में 5.5 लाख टन सरसो की आवक दर्ज की गयी । आधिकारिक आंकड़ें अगले 1-2 दिन आने की उम्मीद है। सोया और पाम तेल के साथ भारी अंतर से सरसो तेल की मांग कमजोर है। सोया और पाम तेल की भरपूर स्टॉक होने की वजह से इसमें दबाव बना हुआ है जिसके चलते सरसो तेल में भी उठाव नहीं है।
अक्टूबर से सरसो तेल की खपत बढ़ती है। जिसके चलते मांग के सुधार देखने को मिलेगी। भारत में आने वाले समय में 5 राज्यों विधानसभा चुनाव है। वहीं अगले साल लोकसभा चुनाव है।
कमजोर मानसून से खाद्यान पदार्थों के कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए सरकार सक्रिय है। यही कारण है की सरकार अब तक सरसो की बिकवाली रोक रखी है। ताकि सही समय पर इसका उपयोग कर सकें।
सरकार अभी बिकवाली कर देगी तो बचे हुए महीनो में भाव को नियंत्रित कर पाना उसके लिए मुश्किल होगा।
हमारा मानना है की सरसो में फ़िलहाल बड़ी तेजी मंदी नहीं दिखेगी लेकिन दिवाली के पहले एक उछाल देखने को मिल सकता है। मौजूदा स्तरों से जयपुर सरसो में 6050 का रेजिस्टेंस है जिसके ऊपर टिकने पर ही आगे की तेजी दिखेगी। व्यापार अपने विवेक से करें।
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